अंबेडकर नगर अकबरपुर कोतवाली के पाँच जालसाजो ने मिलकर कूट रचित ढंग से खसरा खतौनी बनाकर टांडा तहसील के 134 बीघा के कई तालाबों को सवा करोड़ मैं बेच डाला कई किस्तो मैं रकम लेने के बाद रजिस्ट्री करने से जालसाजो के मुकरने पर फर्जीवाड़े का खेल खुल गया दिल्ली के शाहदरा के सत्यम वर्मा और अमित कुमार को निशाना बनाया गया।
पीड़ितों ने अकबरपुर कोतवाली में धोखाधड़ी और कूट रचित करने का मुकदमा दर्ज कराया है आरोपियों ने वर्ष 2019 से अब तक बैंक ट्रांसफर और नगद धन राशि रूप में एक करोड़ 12 लाख रुपए अब तक ले चुके हैं अकबरपुर कोतवाली तमसा मार्ग निवासी अंबेश कुमार तिवारी व उसकी पत्नी गरिमा तिवारी विपिन द्विवेदी उर्फ सुबोध सुरेंद्र तिवारी व आदर्श तिवारी दिल्ली के शाहदरा में कई वर्षों से किराए के मकान में रहते थे यही पड़ोस में ही भुक्तभोगी सत्यम वर्मा का भी आवास है आरोपित अंबेश कुमार तिवारी व उसकी पत्नी गरिमा तिवारी फर्जीवाड़े का खेल यहीं से शुरू किया खुद के नाम से गृह जनपद अंबेडकरनगर मैं मछली पालन हैचरी उत्पादन जल शुद्धिकरण के लिए व्यापक भूमि एक करोड़ 25 लाख रुपए में बताया एवं इसे बेचकर रकम से एक को ऑपरेटिव बैंक स्थापित करने का झांसा दिया।
इसके लिए लाइसेंस और अनुमति प्रमाण पत्र भी दिखाया जालसाजो ने टांडा तहसील के मसडा मोहनपुर और दशरेचा गांव के सरकारी तालाबों की अपने और सहयोगी के नाम से कूट रचित खसरा खतौनी तैयार कराई भुक्तभोगी को झांसा देने के लिए उसे साथ लेकर आएं और वहां सरकारी तालाबों का भ्रमण भी कराया रकम मिलने पर मछली समेत तालाब की बेशकीमती जमीन को कौडियो के भाव उन्हें रजिस्ट्री करने का वादा भी किया यहां पहुंच कर भुक्तभोगी ने तालाब देखने के बाद अम्बेश तिवारी को एडवांस के तौर पर 10 लाख रुपए नगद दिया बाकी रकम नगद और आरटीजीएस किया इसे लेना आरोपियों ने शपथ पत्र पर स्वीकार किया।
लेकिन भूमि का बैनामा करने से मुकर गए भुक्तभोगी अपनी रकम मांगने लगा तो उन्हें अकबरपुर बुलाया गया यहां रुपए देने के बजाय आरोपियों द्वारा धमकाया गया पीड़ित को मुकदमा दर्ज होने के बाद भी कोतवाली से उम्मीद ना के बराबर लगने लगी भुक्तभोगी ने मुख्यमंत्री के पोर्टल पर शिकायत दर्ज करा दी है अकबरपुर कोतवाली प्रभारी अमित सिंह ने बताया मुकदमा दर्ज कर छानबीन की जा रही है
क्या कहा एसडीएम टांडा ने
जब टांडा एसडीएम अभिषेक पाठक से वार्ता की गई तो उन्होंने बताया मामला जानकारी में नहीं है शिकायत मिलने पर विधिक कार्यवाही की जाएगी
मास्टरमाइंड है अंबेश तिवारी
सरकारी तालाब को बेचने के लिए फर्जी अभिलेख तैयार करने वाला मास्टरमाइंड अंबेश तिवारी टांडा तहसील के सलाहुद्दीन पुर गांव का रहने वाला है मसडा मोहनपुर सरकारी तालाब के खसरा नंबर 618 मैं अपने नाम से162 मि0 तालाब में15 दशमलो2730 हेक्टेयर यानी 60 बीघा भूमि और अपने बहनोई विपिन द्विवेदी के नाम इसी खसरा के1200मि तालाब17दश्मलो4060 यानी करीब 70 बीघा भूमि दर्ज होना कूट रचना करके दिखाया दशरेचा गांव में भी खसरा संख्या376 के349 में 0 दश्मलो 0130 हेक्टेयर यानी एक विश्वा भूमि आदर्श तिवारी के नाम फर्जी अभिलेख में दिखाया है असली अभिलेख में यह सभी भूमि अभी भी सरकारी तालाब के नाम दर्ज है।
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