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सीएम योगी का ऐलान, भारत के प्रथम राष्ट्रपति के नाम होगा यूपी का नया ‘नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी’

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद की जयंती पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किये। इस अवसर पर सीएम योगी ने डॉ. राजेन्द्र प्रसाद के नाम पर उत्तर प्रदेश में नये राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय (नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी) की घोषणा की है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद जी की आज पावन जयंती है। तीन दिसंबर 1884 को बिहार प्रदेश के सिवान जनपद के एक छोटे से गांव जीरादेई में डॉ राजेन्द्र प्रसाद का जन्म हुआ था। उच्च शिक्षा उन्होंने बिहार के साथ कोलकाता में अर्जित करके बिहार के एक महाविद्यालय में प्राध्यापक के रूप में अपनी सेवा प्रदान की।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि वह स्वतंत्र भारत में देश के प्रथम राष्ट्रपति बने। लगातार 12 वर्षों तक देश के राष्ट्रपति के रूप में उन्होंने कार्य किया। राष्ट्रपति भवन की भव्यता राजसी ठाट बाट से दूर एक सादगीपन उनके जीवन का हिस्सा बना रहा। राष्ट्रपति भवन में भी उस दौरान जिन परंपराओं की उन्होंने शुरुआत की थी वह आज भी राष्ट्रपति भवन के अंदर देखने को मिलती है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वह पहले शिक्षक थे। फिर अधिवक्ता हुए। यानी प्राध्यापक पद को छोड़ करके उन्होंने उस समय लॉ की डिग्री ली थी। अधिवक्ता की अच्छी खासी प्रैक्टिस करते हुए हमारे गांधीजी के उस समय के स्वाधीनता आंदोलन के साथ जुड़ कर के भारत की स्वाधीनता के लिए भी निरंतर कार्य करते रहे। इसीलिए सरकार ने इस बात को यहां पर तय किया है कि उत्तर प्रदेश के अंदर बनने वाला हमारा नया नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी का नाम डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद जी के नाम पर होगा।

उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय का कार्य हमने प्रयागराज में प्रारंभ कर दिया है। आज के इस अवसर पर मैं भारत माता के इस महान सपूत भारत के संविधान सभा के अध्यक्ष और देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद जी के श्री चरणों में कोटि-कोटि नमन करते हुए उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। इस अवसर पर कानून मंत्री ब्रजेश पाठक, महापौर संयुक्ता भाटिया, भाजपा के वरिष्ठ नेता विंध्यवासिनी कुमार समेत अन्य लोग मौजूद थे।

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