कोरोना का कहर थमने का नाम हीं नहीं ले रहा है। देश में कोरोना मामले का उतार-चढ़ाव जारी है। बीते 24 घंटे में 40 हजार के पार कोरोना केस सामने आए हैं। इस बीच महाराष्ट्र की रहने वाली 26 साल की एक डॉक्टर पिछले 13 महीने में 3 बार कोरोना पॉजिटिव हो चुकी हैं। जबकि डॉक्टर को वैक्सीन की दोनों डोज (Fully Vaccinated) लग चुकी हैं। अब बीएमसी ने डॉक्टर के सैंपल लेकर उन्हें जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा है।
डॉक्टर का कहना है कि एक डॉक्टर होने के नाते वह खुद भी हैरान हैं, क्योंकि वह मरीज़ों को सुरक्षित रहने की सलाह दे रही हैं। वह लगातार कोविड प्रोटोकॉल का पालन कर रही हैं। ये 45 दिनों में दूसरी बार है, जब वह कोरोना का शिकार हो गईं हैं। मेरे साथ पूरा परिवार भी कोरोना की चपेट में था, हालांकि वैक्सीन की वजह से ये फायदा हुआ कि कोई ठोस नुकसान नहीं हुआ है।
तीसरी बार कोरोना पॉजिटिव होने को लेकर डॉक्टर कहा कि यह फॉल्स पॉजिटिव नहीं था, क्योंकि उन्हें लगातार कोविड के लक्षण थे। उन्होंने 8 मार्च को वैक्सीन की पहली डोज़ ली और फिर 29 अप्रैल को दूसरी डोज़ ली। डॉक्टर के मुताबिक, अब वह पूरी तरह से ठीक हैं।
कब-कब हुआ कोरोना?
17 जून 2020
कोविड सेंटर पर काम करते हुए डॉक्टर एक सहकर्मी के कॉन्टैक्ट में आईं। जब टेस्ट करवाया तब वह पॉजिटिव आईं।
29 मई 2021
शुरुआत में हल्के से लक्षण दिखाई दिए, लेकिन बाद में जब टेस्ट करवाया तो वह कोरोना पॉजिटिव निकलीं।
11 जुलाई 2021
इस दिन डॉक्टर तीसरी बार कोविड की चपेट में आईं। पहले डॉक्टर की मां कोविड पॉजिटिव पाई गई और बाद में वह खुद।
मालूम हो कि एक्सपर्टों का कहना है कि कोरोना वैक्सीन लगने के बाद आपको कोरोना होता है, तो वह गंभीर हानि नहीं पहुंचाएगा। ऐसे में वो वायरस को कमज़ोर करता है। हालांकि, यह पूरी तरह से वायरस ना होने की गारंटी नहीं देता है।
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