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JRD Tata Birthday : कौन थे जेआरडी टाटा? जिनके बदौलत देश को मिली Air India

जहांगीर रतनजी दादाभाई टाटा यानी जेआरडी टाटा का आज 29 जुलाई को 117वां जन्मदिन है। जेआरडी टाटा एयर इंडिया को उसका नाम, दुनियाभर में देश की एयरलाइन कंपनी के तौर पर उसे पहचान दिलाने वाले शख्स हैं। उन्होंने टाटा इंजीनियरिंग एंड लोकोमोटिव कंपनी (टेल्को) बनाई। अपनी सारी संपत्ति टाटा संस के नाम कर दी। टाटा देश के सबसे उद्योगपतियों में थे।

देश के पहले पायलट

प्रसिद्ध बिजनेस टायकून और एविएटर, जेआरडी टाटा सन 1929 में देश के पहले लाइसेंस प्राप्त पायलट बने थे। उन्हें भारतीय विमानन (Father of Indian aviation) का जनक भी कहा जाता है। जेआरडी टाटा (JRD Tata) देश के पहले भारतीय थे, जिन्हें कामर्शियल पायलट का लाइसेंस हासिल हुआ था। जब टाटा एयरलाइंस ने सबसे पहले इस देश में आपरेशन शुरू किए, तब वो खुद भी विमान उड़ाते थे।

कांग्रेस पार्टी ज्वाइन करने का था विचार

एसए सबावाला और रुसी एम लाला की क़िताब, ‘कीनोट’ में जेआरडी के हवाले से लिखा है, ‘जब मैं जवान था तब कांग्रेस पार्टी ज्वाइन करने का विचार आया था। पर जब देखा कि नेता बनकर जेल जाना होगा, वहां रखकर कुछ ख़ास नहीं कर पाऊंगा और न ही जेल के जीवन से अभ्यस्त हो पाऊंगा, इसलिए मैंने उद्योग के ज़रिये देश की सेवा करने का निश्चय किया।’

15 साल की उम्र में पहली बार प्लेन में बैठे

जेआरडी टाटा को हवाई जहाज इस कदर लगाव था कि वे 15 साल की उम्र में जब पहली बार प्लेन में बैठे थे तभी तय कर लिए थे कि करियर एविएशयन में ही बनाना है। जिसके बाद 24 साल की उम्र में वो भारत के पहले व्यक्ति थे, जिन्हें कॉमर्शियल पायलट का लाइसेंस मिला था। बता दें कि साल 1930 में उन्होंने आगा खान कम्पटीशन में भाग लेने के लिए भारत से इंग्लैंड के बीच अकेले सफर किया था। दो साल बाद ही उन्होंने टाटा एयरलाइंस (TATA airline) की स्थापना की थी, बाद में इसी का नाम बदल कर एयर इंडिया (Air India) रखा गया। उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने एयर इंडिया को बुलंदियों पर पहुंचाया। एयर इंडिया को बेहतर सर्विस के लिए जाना जाने लगा था।

जेआरडी को 1992 में सरकार ने ‘भारत रत्न’ से नवाज़ा। तब उन्होंने एक भाषण में कहा था, ‘एक अमेरिकी अर्थशास्त्री ने कहा है कि आने वाली सदी में भारत आर्थिक महाशक्ति बन जायेगा। मैं ये नहीं चाहता। मैं चाहता हूं कि भारत एक ख़ुशहाल देश बने।’

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