फर्रुखाबाद। विश्व एड्स दिवस पर बुधवार को डॉ राममनोहर लोहिया चिकित्सालय से एक जागरूकता रैली निकाली गई। रैली को सीएमएस डॉ राजकुमार गुप्ता ने झंडी दिखा कर रवाना किया। साथ ही बाबू सिंह जय सिंह आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज और भारतीय पाठशाला में रेड रिवन क्लब ने छात्रों को एड्स, कोरोना और टीबी रोग के प्रति जागरूक किया। इसके साथ ही छात्रों को सम्मानित किया।
इस दौरान जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ सुनील मल्होत्रा ने कहा कि एड्स यानि एक्वायर्ड इम्यूनो डिफिशिएंसी सिंड्रोम एक ऐसी बीमारी है जो रोगी के शरीर की प्रतिरोधक क्षमता खत्म कर देती है। एचआईवी वायरस मानव शरीर में प्रवेश करने के बाद कई सालों तक निष्क्रिय रहता है।हालांकि, इस दौरान वायरस शरीर के अंदर अपनी संख्या बढ़ाता रहता है और श्वेत रक्त कणिकाओं को नष्ट कर देता है। एचआईवी वायरस शरीर में प्रवेश करने के बाद भी 15-20 सालों तक मरीज स्वस्थ दिखता है।
डॉ मल्होत्रा ने कहा कि एड्स, टीबी और कोरोना के अधिकतर लक्षण समान होते हैं। ऐसे में हम समझ नहीं पाते हैं की हमें क्या हो गया। इसके लिए बेहतर होगा की आप अपने नजदीकी सरकारी अस्पताल में जाँच कराएँ जिससे आपको समय रहते इलाज मिल सके। उन्होंने कहा कि आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी और अनैतिक संबंधों की बाढ़ में यह बीमारी और भी तेजी से फैल रही है। सिर्फ असुरक्षित यौन संबंधों से ही नहीं यह बीमारी संक्रमित खून या संक्रमित इंजेक्शन की वजह से भी फैलता है।
अहाना यूपीएनपी से प्रोजेक्ट आफीसर विजय लक्ष्मी ने रेड रिवन क्लब की मीटिंग में कहा कि आज भारत में ही नहीं सारे विश्व में एड्स दिवस मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने से ही हम लोग इस बीमारी से नहीं बच सकते हैं वरन हम अपने साथी के प्रति बफादार रहें, और संक्रमित वस्तुओं का प्रयोग न करें।
अहाना यूपीएनपी से जिला समन्वयक ज्योति शुक्ला ने बताया कि एचआईवी संक्रमित गर्भवती महिला से उसके बच्चे में एचआईवी का संक्रमण हो सकता है। इसके अलावा स्तनपान कराने से भी एचआईवी का वायरस बच्चे में जा सकता है। हालांकि, अगर मां उचित दवाइयां ले रही है तो यह संभावना कम हो जाती है।
इस मौके पर सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जज अचल प्रताप सिंह, भारतीय पाठशाला के प्राचार्य प्रदीप शुक्ला, बाबू सिंह जय सिंह आयुर्वैदिक मेडिकल कालेज के प्राचार्य मंजुनाथ, क्षय रोग विभाग से सौरभ तिवारी, अमित कुमार रामानंद, टीआई से वेद प्रकाश सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
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