आखिरकार 20 साल के बाद अमेरिकी सेना ने अफगानिस्तान को छोड़ दिया। आखिरी विमान अमेरिकी कमांडर, राजदूत को लेकर उड़ गया। अमेरिका के अफगानिस्तान छोड़ते ही तालिबान ने आक्रामक तेवर अपना लिए हैं। अमेरिकी सैनिकों की वापसी को लेकर तालिबान ने कहा है कि यह दुनिया भर के लिए संदेश है। तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने कहा कि अमेरिका की हार दूसरे आक्रांताओं के लिए एक बड़ी सीख है। इसके अलावा यह हमारी भविष्य की पीढ़ियों के लिए भी एक संदेश है। अमेरिकी सैनिकों की वापसी के कुछ घंटों के बाद ही यह तालिबान का यह बयान है। तालिबान के प्रवक्ता ने कहा कि यह पूरी दुनिया के लिए संकेत है।
अमेरिकी सैनिकों की वापसी के साथ ही तालिबान ने अब काबुल एयरपोर्ट पर भी अपना कब्जा जमा लिया है। अमेरिकी सैनिकों की वापसी का जश्न मनाते हुए तालिबान लड़ाकों ने हवाई फायरिंग भी की है। अमेरिका के आखिरी विमान के काबुल एयरपोर्ट से उड़ान भरने के बाद तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने कहा, ‘अफगानिस्तान को बधाई। यह जीत हम सभी के लिए है।’
"The last American soldier to leave Afghanistan- Major General Chris Donahue, boarded C-17 aircraft on August 30, marking the end of US mission in Kabul," tweets US Department of Defense pic.twitter.com/nScjl4Hfao
— ANI (@ANI) August 31, 2021
मुजाहिद ने कहा कि तालिबान की यह जीत अमेरिका के अलावा दूसरे हमलावरों के लिए भी एक सीख की तरह है। हालांकि मुजाहिद ने एक बार फिर से कहा कि तालिबान का इस बार राज पहले की तुलना में उदार होगा। तालिबानी प्रवक्ता ने कहा, ‘हम अमेरिका और पूरी दुनिया के साथ बेहतर रिश्ते चाहते हैं। हम सभी के साथ अच्छे कूटनीतिक संबंधों का स्वागत करते हैं।’ दरअसल तालिबान इससे पहले भी 1996 से 2001 तक तालिबान पर शासन कर चुका है।
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