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Olympics 2020: एथलेटिक्स में नीरज चोपड़ा ने गोल्ड जीतकर रचा इतिहास, बजरंग पुनिया ने जीता कांस्य

टोक्यो ओलंपिक 2020 में एक तरफ कुश्ती में भारतीय पहलवान बजरंग पुनिया ने कांस्य पदक जीतो तो दूसरी तरफ भाला फेक में नीरज चोपड़ा ने गोल्ड जीतकर इतिहास रच दिया। बजरंग ने ब्रॉन्ज मेडल मुकाबले में कजाकिस्तान के दौलत नियाजबेकोव को 8-0 से हरा कर तमगा अपने नाम कर लिया। गौरतलब है कि ये भारत का टोक्यो 2020 का छठा पदक है। इससे पहले मीराबाई चानू, लवलीना बोरगोहेन, पीवी सिंधु, भारतीय हॉकी टीम और रवि दहिया ने पदक जीता था। अब ये भारत का छठा पदक है।

नीरज चोपड़ा ने बनाया इतिहास

भालाफेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलंपिक 2020 में शनिवार को स्वर्ण पदक जीता और भारत के एथलेटिक्स में पदक का 100 साल का सूखा खत्म किया। 23 वर्षीय नीरज ने क्वॉलीफिकेशन राउंड में सबसे सर्वश्रेष्ठ थ्रो किया था। उनका थ्रो 86.59 मीटर का था। भारतीय ट्रैक एंड फील्ड एथलीट भालाफेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा 2018 एशियन गेम्स और 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स के गोल्ड मेडलिस्ट हैं। उनका विनिंग थ्रो 88.06 था। चोपड़ा के नाम गुवाहाटी में हुए 2016 साउथ एशियन गेम्स और 2016 वर्ल्ड टू20 चैंपियनशिप्स में स्वर्ण पदक है। उन्होंने 2017 में भी एशियन चैंपियनशिप्स में भुवनेश्वर में गोल्ड जीता था। फिर 2018 में भी उन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स और एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक हासिल किया था। अभिनव बिंद्रा के बाद नीरज चोपड़ा पहले ऐसे एथलीट हैं जिन्होंने इंडिवीजुअल स्पोर्ट में स्वर्ण पदक जीता है। शूटर अभिनव बिंद्रा ने साल 2008 ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीता था।

आपको बता दें कि रेस्लिंग में भारत के लिए सबसे पहला मेडल 1952 हेलसिंकी ओलंपिक में केडी जाधव ने पदक जीता था। इसके बाद भारत को 56 साल लंबा इंतजार करना पड़ा था और 2008 बीजिंग ओलंपिक में सुशील कुमार ने ब्रॉन्ज मेडल जीतकर सूखा खत्म किया था। इसके बाद सुशील ने ही 2012 लंदन ओलंपिक में सिल्वर मेडल अपने नाम किया था और वह भारत के लिए ओलंपिक में दो मेडल जीतने वाले पहले खिलाड़ी बने थे। लंदन ओलंपिक में योगेश्वर दत्त ने ब्रॉन्ज और 2016 रियो ओलंपिक में साक्षी मलिक ने ब्रॉन्ज मेडल जीता था। छठा पदक रवि दहिया ने ओलंपिक 2020 में अपने नाम किया। अब इसी टोक्यो ओलंपिक 2020 में बजरंग पुनिया ने भी पदक हासिल किया।

 

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