यरूशलम। टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक, इजराइल की सेना ने घोषणा की है कि उसने गाजा के बॉर्डर पर कब्जा कर लिया है। सेना ने बताया कि रातभर में उसने गाजा में 200 जगहों को निशाना बनाया है अब तक हमास के 1500 लड़ाके मारे जा चुके हैं। जंग में इजराइल के करीब 123 सैनिकों की अब तक मौत हो चुकी है। इजराइल की सेना ने मंगलवार को हमास के साथ अभूतपूर्व लड़ाई के चौथे दिन दावा किया कि उसके पास इजराइल में मिले हमास आतंकवादियों के लगभग 1,500 शव हैं। इजरायली रक्षा बलों के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता रिचर्ड हेचट ने प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि गाजा पट्टी के आसपास इजरायल में हमास (उग्रवादियों) के लगभग 1,500 शव पाए गए हैं। सुरक्षा बलों ने गाजा के चारों ओर सुरक्षा बाड़ के क्षेत्र पर “कमोबेश नियंत्रण बहाल” कर लिया है, जिसे शनिवार को हमास के आतंकवादियों ने तोड़ दिया था। तटीय फिलिस्तीनी एन्क्लेव के आसपास के क्षेत्र में 35 बटालियन तैनात की गई हैं। सीमा से सटे समुदायों के निवासियों को निकालने का काम “लगभग पूरा” हो चुका है। इज़रायली राज्य मीडिया और एन्क्लेव में सशस्त्र समूहों के अनुसार, इज़रायल में कम से कम 900 लोग मारे गए हैं, जबकि गाजा में लगभग 130 नागरिकों और सैनिकों को बंधक बनाया गया है। हम पर जंग थोपी गई, अब इसे हम ही खत्म करेंगे : नेतन्याहू दूसरी तरफ, जंग के बीच इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि हमास ने हम पर हमला करके सबसे बड़ी गलती की है। हम इसकी ऐसी कीमत वसूलेंगे, जिसे हमास और इजराइल के बाकी दुश्मनों की पीढ़ियां दशकों तक याद रखेंगी। नेतन्याहू ने कहा कि हम युद्ध नहीं चाहते थे। हम पर बहुत क्रूर तरीके से यह थोपा गया। हमने भले ही युद्ध शुरू नहीं किया, लेकिन इसका अंत हम ही करेंगे। इजराइल सिर्फ अपने लोगों के लिए नहीं बल्कि बर्बरता के खिलाफ खड़े हर देश के लिए लड़ रहा है। 7 अक्टूबर से शुरू हुए इस जंग में अब तक कुल 1,587 लोगों की मौत हो गई है। इजराइल में 900 लोग मारे गए हैं, जबकि 2,300 लोग घायल हैं। वहीं गाजा पट्टी में 140 बच्चों समेत 687 फिलिस्तीनी मारे गए हैं। वहीं 3,726 लोग घायल हुए हैं। हमास आतंकियों से ज्यादा मानवीय है एआई इस्राइल ने हमास के आतंकियों को शैतानी और हत्यारा बताते हुए कह कि हमास के आतंकी इंसान नहीं हैं। उनके आगे एआई भी मानवतावादी लगता है। हमास के आतंकी शैतानी और हत्यारे हैं। बाल-बाल बची अमेरिकी संवाददाता अमेरिकी न्यूज चैनल सीएनएन की मुख्य अंतर्राष्ट्रीय संवाददाता क्लेरिसा वार्ड एक लाइव सेगमेंट के बीच थी, तभी उन्होंने रॉकेटों की तेज आवाज सुनी। आवाज सुनते ही वह अपनी तीन साथियों के साथ सड़क किनारे जाकर छिप गई। इस दौरान कैमरामैन को बोलते सुना गया, ‘ठीक है, ठीक है। संवाददाता वर्ड ने इस दौरान अपनी स्थिति के लिए सीएनएन टीम से माफी मांगी और वहां के दृश्य का वर्णन किया। उन्होंने बताया, ‘हम यहां भारी मात्रा में रॉकेट आते हुए देख रहे हैं। यह हमसे ज्यादा दूर नहीं है, इसलिए हमें छिपने के लिए सड़क किनारे आना पड़ा। अमेरिकी संवाददाता ने बताया कि वे लोग रॉकेट से केवल पांच मिनट की दूरी पर थे। उन्होंने कहा कि इस्राइल से लगने वाली सीमा को तोड़ते हुए उन्होंने हमला किया और इसी सड़क से उन्होंने हमले की शुरुआत की। आतंकी जहां भी जा रहे थे वे वहां शीशा का छिड़काव कर रहे थे। उन्होंने एक ट्रक की तरफ भी इशारा किया, जिसे बाद में इस्राइली सेनाओं द्वारा उठा लिया गया। नेतान्याहू ने मोदी को फोन पर दी हालात की जानकारी इज़रायल के प्रधानमंत्री बेन्जामिन नेतान्याहू ने आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को टेलीफोन करके देश के ताज़ा हालात की जानकारी दी तथा मोदी ने आतंकवाद की कड़ी निंदा करते हुए इज़रायल के साथ एकजुटता व्यक्त की। मोदी ने एक्स (पूर्व ट्वीटर) पर एक पोस्ट में कहा कि मैं प्रधानमंत्री नेतान्याहू को उनकी फ़ोन कॉल और इज़रायल में ताज़ा स्थिति पर अपडेट प्रदान करने के लिए धन्यवाद देता हूं। मोदी ने कहा कि भारत के लोग इस मुश्किल घड़ी में इज़रायल के साथ मजबूती से खड़े हैं। भारत आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों की कड़ी और स्पष्ट रूप से निंदा करता है।
More Stories
अमेरिका ने तीन चीनी कंपनियों पर लगाया प्रतिबंध
इजराइल हमास:युद्व से अचानक भागे मुस्लिम देश चप्पे-चप्पे पर फैले अमेरिकी कमांडों
हमास का शीर्ष कमांडर गाजा में ढेर-दोनों पक्षों से अब तक जा चुकी है चार हजार जाने