UP board exam 2022 उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की 12वीं कक्षा की अंग्रेजी प्रश्नपत्र के पेपर लीक मामले में विपक्ष उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर हमलावर हैं वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले पर गंभीर रूख अपनाते हुये दोषियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्रवाई करने के निर्देश दिये हैं।बलिया समेत 24 जिलों में परीक्षा शुरू होने के दो घंटे पहले अंग्रेजी का प्रश्नपत्र लीक हो गया जिसके बाद इन जिलों में परीक्षा रद्द कर दी गयी और 13 अप्रैल को दोबारा परीक्षा कराने के निर्देश दिये गये। मुख्यमंत्री योगी ने घटना की जांच के लिये विशेष कार्यबल का गठन किया है और दोषियों के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई किये जाने के निर्देश् दिये है। इस मामले में बलिया के डीआईओएस को निलंबित कर दिया गया है।
इस प्रकरण को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट किया “ उप्र भाजपा सरकार की दूसरी पारी में भी पेपर लीक करवाने का व्यवसाय बदस्तूर जारी है। युवा कह रहे हैं कि रोज़गार देने में नाकाम भाजपा सरकार जानबूझकर किसी परीक्षा को पूर्ण नहीं होने देना चाहती है। भाजपा सरकार अपने इन पेपर माफ़ियाओं पर दिखाने के लिए सही, काग़ज़ का ही बुलडोज़र चलवा दे।”
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा “यूपी बोर्ड परीक्षाओं में पेपर लीक होने का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। आज दोपहर इण्टर की अंग्रेजी विषय की परीक्षा होने से पहले पेपर लीक होने के बाद गोरखपुर व वाराणसी सहित प्रदेश के 24 जिलों में परीक्षा रद्द करनी पड़ी है। छात्रों के जीवन से बार-बार ऐसा खिलवाड़ क्या उचित।”
उन्होने कहा “ उत्तर प्रदेश में बार-बार पेपर लीक होने से ऐसा लगता है कि नकल माफिया सरकार की पकड़ व सख्ती से बाहर हैं, किन्तु इस प्रकार की गंभीर घटनाओं से प्रदेश की पूरे देश में होने वाली बदनामी आदि के लिए असली कसूरवार व जवाबदेह कौन। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बीएसपी की माँग।”
More Stories
एक दृढ़ नेता का राजनैतिक और सामाजिक योगदान
शिक्षकों ने हस्ताक्षर कर मतदान प्रतिशत बढ़ाने का वादा किया
ELECTION 2024 : डिंपल यादव के खिलाफ भाजपा की रामनीति से सपा में भगदड़