लखनऊ। उत्तर प्रदेश के गांवों में जल स्तर की ज़मीनी हकीकत जानने के लिए ग्राम पंचायतों में अवस्थित कुओं का जलस्तर मापा जाएगा। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के नेतृत्व व निर्देशन में भू-गर्भ जल संचयन व संरक्षण के लिए प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्र में मनरेगा के तहत जल संरक्षण व संवर्धन की विभिन्न योजनाओं के तहत विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है।
प्रदेश विलुप्तप्राय नदियों के पुनरूद्धार, नालों व झीलों आदि की सफाई, तालाबों का पुनरूद्धार, तालाब निर्माण, खेत-तालाब निर्माण व अमृत सरोवरों के निर्माण जैसी महत्वाकांक्षी योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। ग्राम्य विकास विभाग के मनरेगा योजना के अंतर्गत जलदूत ऐप के माध्यम से पोस्ट मानसून में ग्राम पंचायत में अवस्थित कुओं में जलस्तर के मापन के संबंध में सभी जिलाधिकारियों एवं जिला कार्यक्रम समन्वयकों (मनरेगा) को निर्देश दिए गए हैं ग्राम्य विकास आयुक्त जीएस प्रियदर्शी की ओर से जारी पत्र में कुओं के जलस्तर को मापने, डाटा एकत्रित करने और उसकी फोटो लेकर जलदूत ऐप के माध्यम से फीड करने के निर्देश दिए गए हैं। पोस्ट मानसून 2023 की पूरी सूचना को जलदूत ऐप के माध्यम से फीड करने की के निर्देश जारी हुए हैं।
ग्राम रोजगार सेवकों को निर्देश दिए गए कि डाटा एकत्रित करते समय इस बात का जरूर ध्यान रखा जाए कि जिस कुएं से डाटा एकत्रित किया जा रहा है, उसमें 10 से 12 घंटे के भीतर पानी न निकाला गया हो, यदि इस समयावधि में पानी निकाला गया है, तो जलदूत द्वारा डाटा 10 से 12 घंटे बाद ही कैप्चर किया जाए। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि एक ग्राम पंचायत के सभी कुओं का डाटा एक ही दिन एकत्रित किया जाए।
More Stories
lok sabha election News: पीलीभीत से चुनाव लड़ेंगे वरुण गांधी
बेहोशी की हालत में सड़क किनारे मिली 35 वर्षीय युवती -मामले की जांच में जुटी पुलिस
स्मृति ईरानी ने जिले के विभिन्न मंदिरों में की पूजा अर्चना