इटावा। विश्व दृष्टि दिवस प्रतिवर्ष अक्टूबर के दूसरे गुरुवार को मनाया जाता है। जिला अस्पताल में 24 वां विश्व दृष्टि दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया और ओपीडी में आए मरीजों को आंखों से संबंधित मोतियाबिंद, ग्लूकोमा, मधुमेह रेटिनोपैथी,ट्रेकोमा जैसी अन्य नेत्र बीमारियों व लैपटॉप,फोन कंप्यूटर के अत्यधिक प्रयोग से आंखों की होने वाली क्षति से बचाव से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी भी दी। जिला अस्पताल में विश्व दृष्टि दिवस 2023 की थीम ‘कार्यस्थल पर अपनी आंखों को प्यार करें’ के तहत धुंधली दृष्टि,अंधापन और दृष्टि से संबंधित समस्याओं के बारे में लोगों को ओपीडी में आए लोगों को जागरूक किया गया। इस दिवस पर आंखों की विशेष देखभाल करने के संदर्भ में नेत्र चिकित्सक डॉ.गौरव द्विवेदी ने लोगों को जागरूक किया और बताया कि आंखों या सर में भारीपन, धुंधला दिखाई पड़ने पर, आंखें लाल व खुजली होने पर लगातार सर दर्द की शिकायत होने पर आंखों में अक्सर थकावट महसूस होने पर तुरंत नेत्र विशेषज्ञ से सलाह ले लापरवाही न करें। उन्होंने कहा की आंख एक बहुत ही संवेदनशील अंग है इसीलिए बिना डॉक्टर की सलाह के कोई भी दवा आंख में न डालें। डॉ.गौरव ने बताया कि इस दिवस को मनाने का प्रमुख उद्देश्य है कि लोगों को आंखों से संबंधित समस्याओं से बचने के लिए सही जानकारी दी जाए और दृष्टि की सुरक्षा के महत्व को जन-जन तक पहुंचाया जाए। उन्होंने कहा कि आंखों का स्वस्थ होना जीवन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है आंखों का होना जीवन की गुणवत्ता, रोजगार शिक्षा और कई अन्य विकास लक्ष्य को प्रभावित करता है।उन्होंने बताया कि आंखों को स्वस्थ रखने के लिए विटामिन ए से भरपूर सब्जियों और फल,मेवा का प्रयोग करें व संतुलित आहार लें। धूम्रपान और अनियमित जीवन शैली (देर रात सोना और खाना खाना) अपनाने से बचें।
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