कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा और तमसा के संगम पर गुरूवार की मध्यरात्रि से आस्था का सैलाब उमड़ेगा। शुक्रवार को दिन भर लाखों लोग आस्था की डुबकी लगाएंगे। इसे देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। पूरे मेला क्षेत्र को पांच जोन और 19 सेक्टर में बांटा गया है।
पवित्र कार्तिक पूर्णिमा महास्नान स्थल, प्रमुख घाटों और ददरी मेला स्थल को जोन और सेक्टर में बांट कर सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता किया गया है। जोन की जिम्मेदारी एसडीएम को जबकि सेक्टर का जिम्मा जनपद स्तरीय अधिकारियों को दिया गया है। सभी सेक्टर में इंस्पेक्टर तैनात रहेंगे। मेले में घुड़सवार पुलिस और फायर बिग्रेड भी तैनात रहेगी। डीआईजी आजमगढ़ अखिलेश कुमार ने स्थलीय निरीक्षण कर स्नान पर्व व मेले के सकुशल संपन्न कराये जाने के संबंध में पुलिस अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए हैं।
यातायात व्यवस्था व रुट डायवर्जन
बैरिया की तरफ से आने वाले भारी वाहन यदि नरही व फेफना रसड़ा व नगरा की तरफ जाना चाहते हैं तो चिरैया मोड़ से होते हुए रेवती सहतवार, बांसडीह, सुखपुरा, गड़वार से होते हुए फेफना, नरही, रसड़ा व नगरा जाएंगे। जबकि सिकन्दरपुर से आने वाले भारी वाहन दुबहड़ हल्दी बैरिया जाना चाहते हैं तो सुखपुरा, बांसडीह, सहतवार होते हुए जाएंगे। साथ ही यदि वाहन नरही व फेफना की तरफ जाना चाहते हैं तो सुखपुरा, गड़वार से होते हुए फेफना व नरही जाएंगे।
इसी तरह रसड़ा व नरहीं की तरफ से आने वाले भारी वाहन यदि बैरिया की तरफ जाना चाहते हैं तो गड़वार से सुखपुरा, बांसडीह, सहतवार होते हुए जाएंगे। गड़वार की तरफ से आने वाले भारी वाहन यदि हल्दी, बैरिया की तरफ जाना चाहते हैं तो गड़वार से सुखपुरा, बांसडीह, सहतवार होते हुए जाएंगे। एसपी के अनुसार इमरजेन्सी सेवा के अतिरिक्त सभी प्रकार के छोटे-बड़े वाहनों का शहर में प्रवेश गुरूवार को शाम चार बजे से स्नान समाप्ति तक पूर्ण रुप से प्रतिबन्धित रहेगा।
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