उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछली सपा सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारें बच्चों के साथ भेदभाव करती थीं। उत्तर प्रदेश में पिछली सरकार ने अनुसूचित जाति-जनजाति के विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति रोक रखी थी।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि मार्च 2017 में जब हम लोग आए तो देखकर आश्यचर्यचकित हो गये कि उन बच्चों की स्कॉलरशिप गयी ही नहीं थी। फिर सरकार ने पहल करके उन बच्चों की स्कॉलरशिप भेजने का काम किया था। यह उन बच्चों के साथ अन्याय था। हमारी सरकार आने के बाद उन्हें यह सुविधा प्रदान की गयी।
सीएम योगी ने गुरुवार को यह बातें मेधावी छात्र-छात्राओं को स्कॉलरशिप की 458.66 करोड़ की धनराशि ऑनलाइन भेजने के अवसर पर कही। उन्होंने कहा कि जो सरकारें राजनीतिक प्रतिशोध और प्रतिद्वंदिता के तहत बच्चों के जीवन के साथ खिलवाड़ करती हों, उन लोगों के द्वारा यह सीधे-सीधे शासन की लोक कल्याणकारी योजनाओं को बाधित करने का एक षडयंत्र किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले पांच वर्ष के दौरान आप लोगों ने देखा होगा कि शासन की योजनाओं को हर पात्र व्यक्ति तक पहुंचाने का कार्य हो रहा है। चाहे वह अनुसूचित जाति जनजाति के बच्चों के लिए निशुल्क कोचिंग की व्यवस्था हो, अल्पसंख्यक समुदाय के बच्चों के लिए कोचिंग की व्यवस्था हो या अन्य सभी बच्चों के लिए योजनाएं हों, समय से पारदर्शी तरीके से पहुंचाई गयी हैं। अभ्युदय योजना के तहत बच्चों को नि:शुल्क कोचिंग की सुविधा दी जा रही है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आज 12 लाख 17 हजार 631 बच्चों को स्कॉलरशिप दी जा रही है। 458 करोड़ 66 लाख रुपये शुल्क प्रतिपूर्ति के रूप में उपलब्ध कराई गयी है। उन सभी युवा साथियों को बधाई। गत दो अक्टूबर को प्रदेश सरकार ने लगभग 57 लाख बच्चों को स्कॉलरशिप की किस्त भेजी थी। कोरोना महामारी के कारण बड़ी संख्या में हमारे स्कूल कॉलेज शुरू नहीं हो पाए थे। देर से दाखिला होने के कारण सरकार के पास पूरी संख्या नहीं आ पायी थी। इसके कारण हम लोगों को स्कॉलरशिप को अलग-अलग किस्तों में भेजना पड़ रहा है। इस स्कॉलरशिप योजना से बच्चों को पढ़ाई में मदद मिलती थी।
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