Spasht Awaz Home

Hindi News, Latest News in Hindi Today, Today Hindi News Paper

अखिलेश का सीएम योगी पर वार, बोले- कोई लखनऊ गया तो मुख्यमंत्री नाम बदलकर वापस भेजेंगे

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में रंग और नाम बदलने का नया फैशन चला आम जनमानस को गुमराह करना शुरू कर दिया है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव शुक्रवार दोपहर अपने पैतृक गांव सैफई के पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में बड़ी संख्या में पहुंचे सपाइयों से मिले।

इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि मैं आपसे कह रहा हूं कि कोई लखनऊ मत जाना, अगर लखनऊ आप गए और मुख्यमंत्री योगी को पता लग गया तो जरूरी नहीं कि उसी नाम से आप लखनऊ से वापस आओ क्योंकि हमारे मुख्यमंत्री का रंग और नाम बदलने का नया फैशन शुरू किया है। उन्होंने विकास का कोई काम नहीं किया है इसलिए किसी भी मोहल्ले, किसी भी गांव का नाम बदला जा सकता है और अगर आप लोग गलती से लखनऊ चले गए और पता लग गया कि आप लोग इटावा से आए हो तो आपका नाम नया जरूर पड़ जाएगा और बदल भी दिया जाएगा।

अखिलेश यादव ने महान दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष केशव देव मौर्य को बधाई देते हुए कहा कि कल महान दल की जनाक्रोश यात्रा का समापन था। इसमें महान दल के तमाम बड़े नेता कार्यकर्ता भारी संख्या में आए और सैफई में उनका स्वागत हुआ और महानदल के कार्यकर्ताओं ने संकल्प लिया है जिन लोगों ने उनके समाज को धोखा दिया है। उनको इस चुनाव में सबक सिखाया जाएगा। हमें खुशी है महान दल के नेता कार्यकर्ता सड़कों पर आ गए लगातार यात्रा कर रहे है और इसी तरह से जनता के बीच मेे रहेंगे और लोगों को जोड़ते रहेंगे। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी का मानना है कि सभी जातियों को भी जोड़ा जाए और जातियों के आबादी के हिसाब से उनको हक और सम्मान मिल जाए।

उन्होंने बताया कि जितना किसान अपमानित हुआ है भारतीय जनता की पार्टी की सरकार में, इतना परेशान और अपमानित अन्नदाता किसी सरकार में नहीं हुआ है। अन्नदाता जो न केवल पेट भरता है बल्कि अपनी मेहनत खेती करता है और हमारे लिये रोटी और कपड़े का इंतजाम करता है। उसको सबसे ज्यादा भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने अपमानित किया है। उन्होंने बताया कि किसानों को आतंकवादी कहा गया, मवाली कहा और न जाने क्या-क्या शब्दों से उन्हें अपमानित किया। भारतीय जनता पार्टी ने और झूठे मुकदमे भी लगाए। जब सरकार के पास कोई व्यवस्था नहीं है। अगर पर्यावरण बचाना है तो उसकी जिम्मेदारी सरकार की है लेकिन वो अपनी जिम्मेदारी निभा नहीं रहे और किसानों के ऊपर झूठे मुकदमे लगा रहे हैं।

About The Author